धर्मान्तरण के मुद्दे पर हो रही गिरफ्तारियों पर बोले कल्बे जवाद, कहा हर गिरफ्तारियां सही नही होती ATS की…

0

9 PM News Live / लखनऊ

उत्तर प्रदेश में इस समय धर्मांतरण का मुद्दा जोरों पर है.. यूपी एटीएस ने जहांगीर और उमर गौतम नाम के दो शख्स की गिरफ्तारी के बाद पूरे उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण की कड़ियाँ जुड़ रही है.. उत्तरप्रदेश ही नही अब कई राज्यों में धर्मांतरण का बड़ा रैकेट सामने आ रहा है.. एटीएस के मुताबिक गिरफ्तार लोगों ने 1000 से ज्यादा लोगों का धर्मांतरण कराया है.. आज इस मसले पर बोलते हुए शिया वरिष्ठ धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने एटीएस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं.. मौलाना कल्बे जवाद ने बातचीत में कहा एटीएस की गिरफ्तारी कई बार सही नहीं होती.. इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.. किसी भी निर्दोष को सजा नहीं मिलनी चाहिए.. मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि जिन लोगों का धर्मांतरण हुआ है.. उन लोगों का बयान दर्ज होना चाहिए.. कि क्या वाकई में उनको जोर जबरदस्ती से इस्लाम में शामिल कराया गया या स्वेक्षा से उन्होंने अपना धर्म परिवर्तित किया.. उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति स्वेच्छा से अपना रिलीजन कन्वर्ट कराता है.. तो भारतीय संविधान में उस को दोषी नहीं बनाया जा सकता.. उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में हर धर्म को अपने धर्म को बढ़ावा देने का अधिकार है.. फिर चाहे वह हिंदू धर्म हो, मुस्लिम धर्म हो या फिर क्रिश्चियनिटी किसी भी धर्म में अपने धर्म के प्रचार प्रसार की पूरी आजादी है.. और इस्लाम में तो जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया ही नहीं जा सकता.. और तो और अगर किसी व्यक्ति का जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया जाता है.. तो उस व्यक्ति को इस्लाम में शामिल नहीं माना जाता.. विदेशों से धर्म परिवर्तन के लिए हो रही फंडिंग पर भी मौलाना कल्बे जवाद ने कहा कि यह तो हमारी एजेंसियों की बड़ी चूक है.. अगर एजेंसियां इस बात को कहती हैं कि विदेशों से फंडिंग हो रही थी और इसी से ही धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था.. तो वह इस बात को साबित करें.. उन्हें यह बताना चाहिए कि किन देशों से पैसा आ रहा था और आखिरकार कितने समय तक कैसे पैसा आता रहा और जांच एजेंसियों को इसकी भनक तक नहीं लगी यह तो सुरक्षा के लिहाज से एक एक बड़ी चूक है..

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
कृपया अपना नाम यहाँ दर्ज करें