सरकार के आदेशों की धज्जियां उड़ाते सरकारी कर्मचारी, गौशालाओ में मरते भूके प्यासे मवेशी…

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9pm news live / लखनऊ 
 स्थाई गौशाला कुसुमा बनी गौवंश की मौत शाला,भूंख प्यास से दम तोड़ रहे अन्ना मवेशी।
ज़िला बाँदा उत्तर प्रदेश | योगी सरकार ने गायों की सेवा और उन्हें सुरक्षित रखने के उद्देश से गौशालाए खुलवाई थी। मगर यह गौशाला में गोवंश के लिए मौत शाला बन गई है यह ऐसी सरकारी कसाई खाना बन गई है। जहां गाय भूख से प्यास से तड़प तड़प कर मर रही हैं। और उनकी मृत शरीर में कीड़े पड़ गए हैं। और जंगली जानवर उन्हें नोच नोच कर खा रहे हैं गौशालाए में गायों को मरने के बाद या तो उन्हें नजदीक फेंक दिया जाता  या गौशाला में हफ्तों पड़ी सड़ती रहती हैं।
 ताजा मामला बांदा जिले के अतर्रा तहसील अंतर्गत के ग्राम पंचायत कुसमा के मौजा खटोरा में लगभग सात लाख की लागत से बनी अस्थाई गौशाला का है। जिसका उद्घाटन 8 जनवरी को ग्राम पंचायत सचिव द्वारा किया गया था। जहां लगभग 200 जानवरों को अंदर रखा गया है। और उनकी देखभाल को 3 कर्मचारियों की भी नियुक्ति की गई है। अव्यवस्थाओं के बीच गौशाला में अन्ना मवेशी भूख प्यास से दम तोड़ रही हैं और कई जानवर बीमार पड़े हैं जिनकी देखभाल के लिए चिकित्सक तक की तैनाती गौशाला में नहीं की गई है। गौशाला में विद्युत व्यवस्था ना होने से कर्मचारी यहां वहां से विद्युत कनेक्शन की जुगाड़ करके मोटर से पानी किसी तरह भर देते हैं। लेकिन उनके द्वारा की गई व्यवस्था अपर्याप्त है ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि कई बार सचिव देवेंद्र यादव प्रधान विनोद कुमार कुशवाहा को शिकायत करने के साथ उप जिलाधिकारी अतर्रा जे पी यादव को भी शिकायत की लेकिन आज तक यहां अन्ना मवेशियों को खाने पीने की व्यवस्था नहीं कि गई हैं। जिसके कारण गौवंश मरने को मजबूर है।
 संवाददाता अनवर रज़ा

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