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दिनदहाड़े बुज़ुर्ग महिला के साथ हुई टप्पेबाज़ी, खत्म होता जा रहा है कमिश्नरेट पुलिस का खौफ…
लखनऊ । प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कमिश्नरेट पुलिस लागू होने के बाद से पुलिस का दावा है कि राजधानी में अपराधियों का वर्चस्व कम हुआ है और अपराधों में कमी आई है लेकिन इस बात पर यकीन कर पाना आम जनता के लिए कशमकश भरा सवाल है क्योंकि राजधानी में लगातार होती अपराधिक घटनाओं से राजधानी की जनता में भय का वातावरण देखने को मिलता है क्योंकि हत्या लूट टप्पे बाजी जैसे न जाने कितने ही अपराध आए दिन होते रहते हैं जिससे लखनऊ की जनता में पुलिस के प्रति विश्वास कम होता जा रहा है राजधानी लखनऊ के पुराने इलाके में ऐसी ही टप्पे बाजी की एक घटना लगभग 70 साल की बुजुर्ग महिला के साथ आज हुई।
लगभग ₹50000 के आभूषण लेकर फरार हुए टप्पेबाज़, पुलिस कर रही है आरोपी की तलाश…
दरअसल पूरा मामला राजधानी के पुराने लखनऊ का सामने आया है, जहां सआदतगंज थाना क्षेत्र की कटरा बीजन बेग चौकी, चौपटिया अंतर्गत एक बुजुर्ग महिला गायत्री देवी दीक्षित पत्नी स्वर्गीय जगदीश प्रसाद दीक्षित के साथ टप्पे बाजी की घटना को अंजाम दिया गया।
मालेखां सराय के रहने वाले चिकन कपड़ों के व्यवसाई शैलेंद्र दीक्षित ने बताया कि उनकी लगभग 70 वर्षीय माताजी गायत्री देवी दीक्षित रोज़मर्रा की तरह आज भी दूसरे पहर लगभग 4:30 बजे दर्शन के लिए अपने घर से मंदिर गई हुई थीं, तभी उन्हें किसी अनजान व्यक्ति ने रोक कर बातचीत करते हुए उनके दोनों बेटों का नाम बताया और कहा कि अक्टूबर में आपके पति जगदीश प्रसाद दीक्षित का स्वर्गवास हो गया था और हम लोग भी उसमें आए थे, मगर उसमें कुछ लिखा पढ़ी होना अभी बाकी रह गईं है जो संदोहन जी माता मंदिर में होनी है तो कृपया अपने सभी जेवरात (आभूषण) उतार कर रख लें और मेरे साथ चलें। बुजुर्ग महिला ने यह सोच कर कि ये व्यक्ति मेरे बच्चों और पति को जानता है तो उनके साथ ई रिक्शा पर बैठकर चल पड़ी, चौपटिया के संदोहन जी माता मंदिर पर पहुंचकर उस टप्पेबाज ने कहा माताजी यहां उतर जाइए, वहां पर उतर कर वहां से कुछ ही दूर तंबाकू मंडी वाले रास्ते पर ले जाकर टप्पेबाज़ कहा माता जी लाइये मैं आपके आभूषण पकड़ लेता हूँ और उन्होंने विश्वास करते हुए सभी आभूषण उस टप्पेबाज व्यक्ति को दे दिए, और तभी लगभग ₹ 50,000/ की कीमत वाले सारे जेवरात (आभूषण) लेकर वो टप्पेबाज बड़ी आसानी से वहीं किसी गली में जाकर फरार हो गया। काफी देर तक इंतजार करने के बाद बुजुर्ग महिला ने वापस घर आकर अपने बेटे शैलेंद्र दीक्षित को उनके साथ टप्पेबाजी की घटना होने का पूरा मामला बताया तो उनके बेटे शैलेंद्र दीक्षित भौचक्के रह गए। शैलेंद्र दीक्षित ने उक्त घटना की सूचना सहादतगंज पुलिस को दी है। जिसके बाद पुलिस जांच में जुटी है और सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है ताकि टप्पेबाजी की घटना को अंजाम देने वाले अपराधी तक पहुंच सके।मगर सवाल ये खड़ा होता है कि दिनदहाड़े होने वाली इस तरीके की घटनाओं पर कमिश्नरेट पुलिस किस तरीके से विराम लगा पाती है या राजधानी की जनता को ऐसे अपराधियों का रोज सामना करना पड़ सकता है।