9 PM News Live/ लखनऊ…
– आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने जिलों की इकाई को दिए डीएम के जरिए ज्ञापन भेजने के निर्देश …
लखनऊ : प्रदेश में कानून व्यवस्था की हालत बद से बदतर हो गई है। महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़े हैं। इन पर अंकुश लगाने की जगह योगी सरकार खुद महिलाओं का उत्पीड़न करने में जुटी हुई है। बिकरू कांड में 10 माह से विधि विरुद्ध ढंग से जेल में चढ़ाई जा रही चार महिलाएं और एक ढाई साल का बच्चा इसका प्रमाण हैं। प्रदेश को यातना गृह में तब्दील करने पर तुली योगी सरकार पर इन महिलाओं की रिहाई का दबाव बनाने के लिए आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता शुक्रवार को सभी जिलों में डीएम के जरिए राज्यपाल को ज्ञापन भेजेंगे। गुरुवार को ये बातें आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहीं।…
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आदित्यनाथ जी की सरकार ने जुर्म और ज्यादती की सारी इंतहा पार कर ली है। नफरत, दुर्भावना और प्रतिशोध की राजनीति से उत्तर प्रदेश की सरकार चल रही है। उन्होंने भी बिकरू कांड में पुलिस ने मामले में 2 दिन पहले अमर दुबे से ब्याही गई खुशी दुबे को गिरफ्तार किया और जब मामले ने मीडिया में तूल पकड़ा तो वहां के तत्कालीन एसएसपी ने बयान दिया कि खुशी निर्दोष है और उसको छोड़ दिया। इसके बाद भी खुशी दुबे आज 10 महीने से जेल में यातनाएं झेल रही है। उसे खून की उल्टियां हो रही हैं। दो बार बीमार होकर अस्पताल में भर्ती हो चुकी है। गरीब माता-पिता उसकी रिहाई के लिए गिड़गिड़ा रहे हैं। वह खुशी की हत्या का अंदेशा भी जता चुके हैं। जिस खुशी दुबे को खुद तत्कालीन एसएसपी ने निर्दोष बताया था उस पर हत्या से लेकर विस्फोटक अधिनियम तक का मुकदमा दर्ज कर दिया गया। उस पर 17 धाराएं लगा डालीं। खुशी दुबे का मामला मीडिया की सुर्खियां बनने के कारण चर्चा में आया, मगर खुशी की तरह तीन अन्य महिलाएं और एक ढाई साल का बच्चा भी है। अमर दुबे की मां क्षमा दुबे पिछले 10 महीनों से जेल में है, उसका क्या अपराध है पुलिस बताने को तैयार नहीं। प्रदेश सरकार और प्रशासन भी कुछ बोल नहीं रहा। एक अन्य अभियुक्त हीरो दुबे की मां शांति दुबे को भी जेल में रखा गया है। शांति दुबे की गलती क्या, गुनाह क्या, अपराध क्या, यह न तो योगी सरकार बताने को तैयार है और न ही पुलिस। खुशी दुबे की तरह दर्दनाक मामला विकास दुबे के घर काम करने वाली नौकरानी रेखा अग्निहोत्री का है। घटना के बाद उसे पुलिस ने उसकी 7 साल की बच्ची और 2 साल के बच्चे के साथ जेल भेजा था। कोर्ट के हस्तक्षेप पर बच्ची तो मौसी के पास भेज दी गई लेकिन निर्दोष बेटा मां के साथ 10 महीने से जेल में है। सभाजीत सिंह ने कहा कि बिकरू कांड में 4 महिलाओं सहित ढाई साल के बच्चे को विधि विरुद्ध ढंग से 10 महीने से जेल में रखने पर शुक्रवार को सभी जिलों से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा जाएगा। कहा कि महामहिम महिला हैं और वह महिलाओं की पीड़ा समझेंगी। प्रदेश में कानून और संविधान की वह रक्षक हैं। ऐसे में पत्रक भेजकर उनसे प्रकरण में हस्तक्षेप की अपील की जाएगी। पूरा भरोसा है कि वह चारों महिलाओं को न्याय दिलाएंगी और उन्हें शीघ्र जेल से मुक्त कराएंगी।…