6 महीने कि गर्भवती महिला व उसकी वर्ध सास को दबंगों ने किया लोहे कि रॉड से लहूलुहान …

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9 PM News Live / लखनऊ…

प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नहीं हो रहा है महिला सशक्तिकरण का  कोई असर आए दिन दबंगों द्वारा महिलाओं को किया जा रहा है लहूलुहान…

ताजा मामला राजधानी लखनऊ के पारा थाना क्षेत्र का है जहां पर कुछ दबंगों ने एक 6 महीने की गर्भवती महिला के साथ ही उसकी 70 वर्ष वृद्ध सास और उसके पति को लोहे की राठ से किया गया लहूलुहान…

पीड़ित सिंटू कुमार ने बताया कि वह अपनी पत्नी और अपनी मां के साथ पारा स्थित काशीराम कॉलोनी में रहता है और सब्जी बेचने का काम करता है जब वह रात को 10:00 बजे अपनी सब्जी की दुकान बंद करके घर आया तो देखा कि उसी कॉलोनी में रहने वाला शुभम नाम का व्यक्ति शराब पीकर एक कुत्ते को मार रहा था जिस पर सिंटू की मां ने शुभम को कुत्ते को मारने से मना किया जिस पर नशे में धुत्त शुभम को गुस्सा आया फिर वो वृद्ध महिला को गाली बकने लगा इतने में ही गाली बकता देख शुभम का छोटा भाई लोहे की रॉड से वृद्ध महिला पर हमला कर देता है बीच बचाव के लिए महिला का बेटा सिंटू और उसकी पत्नी आती है लेकिन नशे में धुत्त शुभम और उसका छोटा भाई कुछ नहीं देखता है वह तीनों पर लोहे की रॉड से हमला कर देता है जिससे वृद्ध महिला का हाथ फैक्चर हो जाता है और सिंटू का सर फट जाता है और सिंटू की पत्नी जोकि 6 महीने की गर्भवती है उसके ऊपर भी हमला होता है और उसका भी सर फट जाता है गर्भवती महिला ने बताया नशे में धुत्त शुभम और उसके छोटे भाई और उसके पिता ने बहुत मारा है जिससे उसके शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं और बताया कि उन तीनों ने उसके साथ बलात्कार करने की भी कोशिश की है और उसका सोने का मंगलसूत्र भी गायब हो गया है, पीड़ित महिलाओं व सिंटू का आरोप है वह पारा थाने जाते हैं जहां उनकी कोई सुनवाई नहीं होती है घायलों को काफी देर तक थाने में बिठाए रखा घायल सिंटू ने बताया उसकी पत्नी के सर से खून निकल रहा है और उसको डर है कि कहीं इससे उसके गर्भपात पर कोई समस्या ना आ जाए।

सवाल ये उठता है कि शासन व प्रशासन महिला सशक्तिकरण की दुहाई तो दे रहा है लेकिन महिलाओं पर होने वाले अत्याचार पर विराम या अंकुश क्यों नहीं लग पा रहा है, इसके लिए किसे फेलियर माना जाए।

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